यादे उन फूल की पंखुड़ियों की तरह होती है
जो बिखरके भी देर तक खुशबू देती है…
पता नही दिमाग के कौनसे कोने में छुपी रहती है वो…
पर एक मेहक से ओस की तरह छाँ जाती है।
ले जाती है उस मुकाम पे
जो सदियों पेहले छोड़ आये
पर आज भी हूबहू तस्वीर नजर आती है…
क्यों होती है ये यादे
क्या होती है ये यादे
जिनके होने से
पूरी जिंदगी एक दास्तान बन जाती है!