Hindi Poems

क़िसमत

साँसे भी उधार है
खुशियाँ है तोहफ़ा
मेहनत एक देन है
जिंदगी है धोका

समझ के जीओ
जितना है अपने हाथ
ऐ इंसान गुरुर छोड़
क्यो की क़िसमत है तेरे साथ!

One thought on “क़िसमत

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